image source:- Filmfare.com
सोनू सूद आज इस कोरोना काल में इस नाम से बच्चा-बच्चा वाकिफ होगा। कोरोना महामारी में इन्होंने गरीब और असहाय लोगों की मदद की। corona की वजह से फंसे यात्रियों को उनके घर तक पहुंचाया और अपने अंदर की इंसानियत से लोगों को परिचय करवाया। आइए इस आर्टिकल में हम Sonu Sood से संबंधित उनके बारे में सारी जानकारी Top 10 points के माध्यम से उनकी Biography हिंदी में पढ़ेंगे।
<Top 10 points about Sonu Sood>
1. गरीबों के लिए मसीहा बन गए सोनू सूद का जन्म 30 जुलाई 1973 को पंजाब के मोगा में हुआ है।
2. इनके पिता का नाम शक्ति सागर तथा माता का नाम सरोज सूद है। इनके पिता कपड़ो का दुकान चलाते थे तथा माँ अध्यापिका थी।
3. इनकी दो बहनें भी है जिनमें बड़ी बहन का नाम मोनिका सूद और छोटी बहन का नाम मालविका सूद है। बड़ी बहन वैज्ञानिक है।
4. वर्ष 1996 में इन्होंने सोनाली नाम की साधारण लड़की से शादी कर ली। दोनो कॉलेज में साथ हीं पढ़ते थे। इनके दो बेटे हैं जिनका नाम ईशान सूद और अयान सूद है।
5.ये पढ़ने में अच्छे थे इसलिए पिता ने इंजीनियरिंग कॉलेज यशवंतराव चवन में B.tech के लिए एडमिशन कराई जहाँ से इन्होंने Electronics branch से ग्रेजुएशन पूरा किया।
Read also:- Top 10 points about MS Dhoni
6. ग्रेजुएशन बाद इनकी acting में ज्यादा रुचि बढ़ने लग गई और ये मुम्बई acting के लिए आ गये तथा किराये के कमरे लेकर रहने लगे।
7. बहुत संघर्ष के बाद इन्हें तमिल की एक फिल्म में काम करने का मौका मिला जिसका नाम कालस घर था। इन्हें बॉलीवुड की फ़िल्म शहीद-ए-आज़म में पहली बार काम करने का मौका मिला।
8. इन्होंने कई फिल्मों में विलेन का भी रोल किया लेकिन सबसे ज्यादा शोहरत इन्हें दबंग फ़िल्म में छेदी सिंह के रोल से मिली। इस फ़िल्म के बाद से ये और भी प्रसिद्ध हो गए।
<Sonu Sood biography in hindi>
9. इन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया जिनमे Dabangg, Yuva, Shootout At Vadala और Shimba शामिल है। इन्होंने हॉलीवुड फिल्म kung fu yoga में सुपरस्टार जैकी चैन के साथ काम किया था। इन्होंने कईं पुरस्कार भी जीते है जिनमे दबंग के लिए best villan का IIFA award शामिल है।
10. हाल ही में प्रवासियों की मदद करने के लिए सामने आए जिसकी वजह से ये सुर्ख़ियों में आये है। इन्होंने अपने पिता शक्ति सागर के नाम से एक योजना चलाई जिसके तहत हर रोज 45000 से ज्यादा प्रवासियों को खाना खिला रहे इसके अलावा जुहू स्थित अपने शक्ति सागर होटल को प्रवासियों के ठहरने के लिये खोल दिया है। दस बसों के द्वारा इन्होंने फँसे प्रवासियों को उनके घर पहुँचाया और लोगो के ट्वीट के जरिये आगे भी पहुंचा रहे।
Always remember “ इंसान जन्म से नही कर्म से महान बनता है इसलिए खुद को कर्म से स्थापित कीजिए जन्म से नहीं।”
Thanks for reading
Badhiya bhai