Top 10 reason to celebrate navratri in hindi | नवरात्र नौ दिन तक क्यों मनाते हैं ?

दशहरा हिन्दुओ के प्रमुख त्योहारो में से एक है जो हर साल क्वार मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार सभी धर्मों में धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार क्यों मनाते है इसके पीछे की वजह क्या है इससे जुड़ी सारी जानकारी इस आर्टिकल में हम Top 10 reason to celebrate navratri in hindi के माध्यम से जानेंगे। वैसे तो नवरात्र का पर्व साल में दो बार एक चैत्र नवरात्र जिसके अंत में राम नवमी आती है और दूसरा को नवरात्र शारदीय नवरात्र कहा जाता है जिसके अंत में विजयदशमी या दशहरा आता है।  

navratri festival

क्यों मनाते हैं दशहरा त्यौहार | why we celebrate Dussehra in hindi 

1. यह त्योहार इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन देवी दुर्गा ने नौ रात्रि और दसवें दिन युद्ध के दौरान राक्षस महिषासुर का अंत किया था और विजय प्राप्त की थी। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान राम ने भी इसी दिन रावण का वध किया था और असत्य पर सत्य की विजय हासिल की थी। दसवे दिन हासिल हुई विजय को विजयादशमी के रूप में भी मनाया जाता है। 

नवरात्र की नव रात्रि से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी (Navratri 9 devi names in hindi )

विजयादशमी से पहले नवरात्र शुरू होता है जिसमे नौ दिन तक देवी के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा होती है। नौ दिन तक पूरे भारत मे यह नवरात्रि के रूप बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। आइए उन नौ दिनों के बारे में जानते हैं…

2. पहला दिन- देवी दुर्गा देवी पार्वती का ही एक रूप हैं जिनके कई अवतार हैं। पहले दिन जिस देवी की पूजा की जाती है वो देवी शैलपुत्री हैं। हिमालय के पर्वत में जन्म लेने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। ये अपने पूर्व जन्म में ब्रह्मा जी के मानस पुत्र प्रजापति दक्ष की पुत्री थी जिनका नाम सती था। इनका विवाह भगवान शंकर से हुआ था। इनको देवी हेमवती व देवी पार्वती के नाम से भी जाना जाता है। ये बैल पर सवार दाये हाथ मे त्रिशूल तथा बाए हाथ मे कमल सुशोभित रहता है।

3. दूसरा दिन- इस दिन देवी ब्रहमचारिणी की पूजा की जाती है। ब्रहमचारिणी का अर्थ होता है कठोर तपस्वी अर्थात देवी ब्रहमचारिणी ने भगवान शंकर को पाने के लिए हज़ारो वर्ष तक तपस्या किया था। इनके तपस्या से तीनों लोकों में हाहाकार मच गया था इसलिए इनका नाम भी ब्रहमचारिणी रखा गया। इनके दाये हाथ मे जप का माला व बायें हाथ मे कमण्डल रहता है। 


4. तीसरा दिन-  इस दिन माँ दुर्गा के अवतार देवी चन्द्रघंटा की पूूजा की जाती है। इनके मस्तक में घंंटे के आकार का अर्ध चंद्र है इसी कारण इन्हे चंद्रघंटा कहा जाता है। सिंह पर सवार इनके कुल दस हाथ हैं और सभी हाथों में अस्त्र-शस्त्र विराजमान हैं। इनकी भक्ति करने से शीघ्र फल मिलता है। 

Durga Puja

5. चौथा दिन- इस दिन देेेवी कुुुषमांदा की पूजा की जाती है।

सिंह पर सवार इनकी आठ भुजाएँ हैं इसलिए इन्हें अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है। इनके हाथों में चक्र, कलश, गदा, तीर-धनुष, कमल, माला और कमण्डल रहता है। 


6. पाचवाँ दिन- इस दिन देवी स्कनदमाता की पूजा की जाती है। इनकी विग्रह में भगवान विग्रह बाल स्वरूप में बैठे हुए हैं। इनकी चार भुजाएँ हैं जिनमे दो भुजाओं से ये भगवान स्कन्द को पकड़े हुए है और दो भुजाओं में कमल पुष्प है। ये कमल पर विराजमान रहती है इसलिए इन्हें पद्मासन भी कहा जाता है।

7. छठा दिन- इस दिन देवी कात्यायनी की पुुजा की जाती हैै।
ऋषि कात्यायन देवी दुर्गा की पूजा करने वाले पहले भक्त थे और कथाओं के अनुसार देवी कात्यायनी बेटी के रूप में ऋषि कात्यायन के यहाँ जन्म ली थी। इनकी चार भुजाएं हैं जिनमे पहले दो भुजा अभय मुद्रा में है और दो भुजा वर मुद्रा में है।

8. सातवाँ दिन- इस दिन माता के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है। इनका रंग घने अन्धकार की तरह काला है, सर के बाल बिखरे हुए हैं और इनके तीन नेत्र हैं। इनकी नाक से तीव्र आग निकलती है और गधे पर सवार रहती हैं। इनका रूप देखने मे अत्यंत भयानक है लेकिन हमेशा ये शुभ फल देती हैं इसलिये इनका नाम सुभांति भी है।

9. आठवां दिन- इस दिन देवी महागौरी की पूजा होती है। इनका रंग पूर्णत गोरा है। इनकी आयु 8 वर्ष मानी गयी है। इनके आभूषण भी गोरे हैं। इनकी सवारी वृषभ है। इनके चार हाथ हैं जिसमे ऊपर का दायां हाथ अभय मुद्रा में है और नीचे वाले हाथ मे त्रिशूल है।

10. नौवा दिन – इस दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इनकी कृपा से ही भगवान शिव का आधा शरीर स्त्री का हो गया था और संसार मे अर्धनारीश्वर के नाम से जाने गए थे। कमल पर विराजमान देवी सिद्धिदात्री की सवारी सिंह है। इनके चार भुजाएँ है जिनमे ऊपर के भुजाओं में चक्र और शंख है और नीचे के भुजाओं में गदा और कमल पुष्प है। 
 
Conclusion:-  इस आर्टिकल में मैंने Top 10 reason to celebrate navratri in hindi अर्थात नवरात्री के नौ दिन के बारे में बताया है , क्यों मनाते है इसपर हमने चर्चा की और दशहरा से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर discuss किया है। उम्मीद करता हूँ यह लेख आपको पसंद आया होगा ऐसी ही Top 10 सम्बंधित जानकरी के लिए हमसे जुड़े रहे और आर्टिकल शेयर करना ना भूले। 

Frequently asked questions 

Q.1 नवरात्र कबसे शुरू और ख़त्म हो रहा है ?

Ans- साल 2022 में नवरात्र 26 अक्टूबर से शुरू होकर 4 अक्टूबर को ख़तम होगा। 

Q.2 चैत्र नवरात्र कब मनाया जाता है ?

Ans- अप्रैल के समय रामनवमी से पहले चैत्र नवरात्र आता है।  

Q.3 अष्टमी के दिन किसकी पूजा की जाती है ?

Ans- महागौरी की 

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